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क्रिकेट की दुनिया में है सबसे उंचा पद, जिसके लिए क्रिकेट खेलना मंदिर जाने समान

क्रिकेट की दुनिया में है सबसे उंचा पद, जिसके लिए क्रिकेट खेलना मंदिर जाने समान
@HelloBanswara - -

Banswara November 16, 2018 आज से 5 साल पहले 16 नवंबर 2013 को मास्टर ब्लास्टर सचिन तेंदुलकर आखिरी बार मैदान पर उतरे थे। फिर इसके बाद उनका मैदान पर उतरने का सिलसिला खत्म हो गया, खेलों के इतिहास में किसी भी खिलाड़ी को इतना ग्रैंड फेयरवेल नहीं मिला और ना ही किसी खिलाड़ी को करोड़ों फैंस ने दीवनों की तरह चाहा।

लोगो की दीवानगी इस कदर थी कि सचिन के आउट होते कई लोग अपना टीवी तक बंद कर देते थे

यह वो दिन था जिस दिन को कोई भूल नहीं पायेगा क्यूंकि यह दिन एक महान खिलाडी सचिन भारी मन से क्रिकेट को अलविदा कह रहे थे, जैसे मानों कि किसी से उसका सबकुछ छीन लिया हो। क्यूँ यह वो महान खिलाडी था जिसे देश के लिए क्रिकेट खेलना जैसे मंदिर जाने जैसा है।

फेयरवेल स्पीच सुनते सुनते रोने लगा था हिंदुस्तान
सचिन ने लगभग 20 मिनट संबोधन किया और उसमे उन्होंने जितना भी बोला सब कुछ दिल से निकल रहा था। उन्होंने अपने कहे शब्दों में कुछ शब्द थे कि ''मेरे 24 साल का ये सफर 22 यार्ड्स के बीच घुमता है... मुझे खुद विश्वास नहीं हो रहा कि ये सफर थम गया है।"

सचिन ने सबसे पहले अपने पिता को याद किया और उन्हें अपनी जिंदगी का सबसे इंपोर्टेंट इंसान बताया। इसके बाद सचिन ने अपनी मां का धन्यवाद किया। इसके अलावा उनके सपनों को उनके साथ जीने वाले बड़े भाई अजीत का भी तहे दिल से शुक्रिया किया।

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