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दिनभर शहर का कचरा उठाते हैं, भुगतान से ठेकेदार 500 से 1000 रुपए काट लेता है

दिनभर शहर का कचरा उठाते हैं, भुगतान से ठेकेदार 500 से 1000 रुपए काट लेता है
@HelloBanswara - -

दिनभर शहर और घरों के बाहर एकत्रित कचरे को गाड़ी में भरकर ले जाकर अपना कार्य करने के बाद इनका मेहनताना ठेकेदार पूरा नहीं देता है। ऐसे में इन सफाईकर्मियों को परिवार का भरण पोषण करने में काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है।

सरकार ने इन सफाईकर्मियों के लिए मासिक भुगतान के साथ भविष्य निधि योजना की शुरुआत की। ताकि इनका पीएफ कटकर भविष्य भी सुरक्षित रह सके और इनको भुगतान भी बराबर मिल सके, लेकिन शहर में इन सफाईकर्मियों के साथ नगरपरिषद और ठेकेदार शोषण कर रहे है।

सरकार के तय अनुसार हेल्पर को 5 हजार 23 रुपए मासिक, 213 रुपए प्रतिदिन मिलना चाहिए। वहीं ड्राइवर को 6 हजार 58 रुपए मासिक, 233 रुपए प्रतिदिन का नियम बना रखा है। वह भी इनके खाते खुलवाकर सीधे तनख्वाह के साथ पीएफ कटना चाहिए। परन्तु नगरपरिषद द्वारा दिए गए टेंडर के ठेकेदार राजेश राव पिछले 6 माह से पीएफ के नाम पर 500 से लेकर 1000 रुपए काट रहा है। जबकि इन किसी भी सफाईकर्मियों से न खाता खुलवाया न ही किसी भी प्रकार के कोई दस्तावेज लिए।

श्रमिक हित की बात है। श्रमिकों का अहित होने पर संबंधित ठेकेदार पर कार्रवाई होगी। वास्तव में इन्हें भुगतान में कटौती और बैंक में पीएफ नहीं कटने की लापरवाही सामने आई है। कुलदीपसिंह शक्तावत, श्रम विभाग के कार्यवाहक निदेशक  

इन सफाईकर्मियों ने बयां किया दर्द  
ड्राइवर लालजी, मुकेश, राजेश, गट्टू लाल, मनीष, सुरेश और हेल्पर रवि, विजेश, हितेश, प्रकाश, गणेश, महावीर, कपिल ने बताया कि हम गरीब परिवार से हैं। हमे मिलने वाला मासिक भुगतान इतना कम है कि परिवार का भरण पोषण नहीं हो पाता। बच्चों की पढ़ाई का खर्च, घर का राशन और कइयों की मां बीमार रहती है। उनको महीने में दवाई चाहिए। पैसों की बचत नहीं हो पाती है। दिनभर मेहनत करते है कि हमारी पगार पूरी मिल जाए। लेकिन ठेकेदार हमारे भुगतान से 6 महीने से कटौती कर रहा है। नगरपरिषद भी कोई कार्रवाई नहीं कर रही है। जबकि उसने हमारे से बैंक बुक और अन्य प्रकार के कोई दस्तावेज नहीं लिए।  
 

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